वृक या भेड़िया एक कुत्ते के रूप का जंगली जानवर है। वैज्ञानिक नज़रिए से भेड़िया कैनिडाए (canidae) पशु परिवार का सबसे बड़े शरीर वाला सदस्य है। किसी ज़माने में भेड़िये पूरे यूरेशिया, उत्तर अफ्रीका और उत्तर अमेरिका में पाए जाते थे लेकिन मनुष्यों की आबादी में बढ़ौतरी के साथ अब इनका क्ष्रेत्र पहले से बहुत कम हो गया है। जब भेड़ियों और कुत्तों पर अनुवांशिकी अध्ययन किया गया तो पाया गया के कुत्तों की नस्ल भेड़ियों से ही निकली हुई हैं, यानि दसियों हज़ार वर्ष पहले प्राचीन मनुष्यों ने कुछ भेड़ियों को पालतू बना लिया था जिनसे कुत्तों के वंश की शुरुआत हुई। वर्त्तमान में इनकी 38 उपप्रजातिया ज्ञात है।
भेड़िये एक नर और एक मादा के परिवारों में रहते हैं जिसमें उनके बच्चे भी पलते हैं। यह भी देखा गया है के कभी-कभी भेड़ियों के किसी परिवार के नर-मादा किसी अन्य भेड़ियों के अनाथ बच्चों को भी शरण देकर उन्हें पालने लगते हैं। भेड़ियों का शिकार करने का तरीक़ा सामाजिक होता है - यह अकेले शिकार नहीं करते, बल्कि गिरोह बनाकर हिरण-गाय जैसे चरने वाले जानवरों का शिकार करते हैं। भेड़िये अपने क्षेत्र में शिखर के शिकारी होते हैं जिन्हें मनुष्यों और शरों को छोड़कर और किसी से चुनौती नहीं होती। भेड़ियों को कई दन्त कथाओं में भी स्थान मिला है, जिनमें कुछ में ये बहुत ही बहादुर जीवों के रूप में, कुछ में वैम्पायर्स को मारने वाले और कुछ में आदमखोर सैतानी दरिंदो के रूप में प्रदर्षित किया गया है। वैसे भेड़िये बहुत ही बहादुर जानवर है। इनकी वर्तमान में ज्ञात सबसे बड़ी प्रजाति भूरा भेड़िया है। भेड़िये 105 से 160 सेमी लम्बे और 80 से 85 सेमी कन्धे तक ऊंचे होते हैं। इनका वज़न 52 कि ग्राम तक होता है और यह 60 किमी प्रति घण्टे की रफ़्तार से कई दूर तक भाग सकते हैं।
वृक या भेड़िया एक कुत्ते के रूप का जंगली जानवर है। वैज्ञानिक नज़रिए से भेड़िया कैनिडाए (canidae) पशु परिवार का सबसे बड़े शरीर वाला सदस्य है। किसी ज़माने में भेड़िये पूरे यूरेशिया, उत्तर अफ्रीका और उत्तर अमेरिका में पाए जाते थे लेकिन मनुष्यों की आबादी में बढ़ौतरी के साथ अब इनका क्ष्रेत्र पहले से बहुत कम हो गया है। जब भेड़ियों और कुत्तों पर अनुवांशिकी अध्ययन किया गया तो पाया गया के कुत्तों की नस्ल भेड़ियों से ही निकली हुई हैं, यानि दसियों हज़ार वर्ष पहले प्राचीन मनुष्यों ने कुछ भेड़ियों को पालतू बना लिया था जिनसे कुत्तों के वंश की शुरुआत हुई। वर्त्तमान में इनकी 38 उपप्रजातिया ज्ञात है।
भेड़िये एक नर और एक मादा के परिवारों में रहते हैं जिसमें उनके बच्चे भी पलते हैं। यह भी देखा गया है के कभी-कभी भेड़ियों के किसी परिवार के नर-मादा किसी अन्य भेड़ियों के अनाथ बच्चों को भी शरण देकर उन्हें पालने लगते हैं। भेड़ियों का शिकार करने का तरीक़ा सामाजिक होता है - यह अकेले शिकार नहीं करते, बल्कि गिरोह बनाकर हिरण-गाय जैसे चरने वाले जानवरों का शिकार करते हैं। भेड़िये अपने क्षेत्र में शिखर के शिकारी होते हैं जिन्हें मनुष्यों और शरों को छोड़कर और किसी से चुनौती नहीं होती। भेड़ियों को कई दन्त कथाओं में भी स्थान मिला है, जिनमें कुछ में ये बहुत ही बहादुर जीवों के रूप में, कुछ में वैम्पायर्स को मारने वाले और कुछ में आदमखोर सैतानी दरिंदो के रूप में प्रदर्षित किया गया है। वैसे भेड़िये बहुत ही बहादुर जानवर है। इनकी वर्तमान में ज्ञात सबसे बड़ी प्रजाति भूरा भेड़िया है। भेड़िये 105 से 160 सेमी लम्बे और 80 से 85 सेमी कन्धे तक ऊंचे होते हैं। इनका वज़न 52 कि ग्राम तक होता है और यह 60 किमी प्रति घण्टे की रफ़्तार से कई दूर तक भाग सकते हैं।