पासरीफ़ोर्मीज़ (Passeriformes) पक्षियों का एक जीववैज्ञानिक गण है जिसमें सभी ज्ञात पक्षी जातियों की लगभग ५०% जातियाँ शामिल हैं। इन पक्षियों की विशेषता यह है कि इनके पाँव के तीन पंजे आगे की ओर और एक पंजा पीछे की ओर सज्जित होता है। इस से वे किसी टहनी या अन्य पतली वस्तु को आसानी से जकड़कर उसपर संतुलित प्रकार से देर तक बैठने में सक्षम हैं। यह कशेरुक (रीढ़दार) प्राणियों के सबसे विविध जीववैज्ञानिक गणों में से एक है। पासरीफ़ोर्मीज़ की ५,००० से भी अधिक जातियाँ हैं और चौपाये प्राणियों में केवल सरिसृपों के स्क्वमाटा गण में ही इस से अधिक जातियाँ पाई जाती हैं।[1][2][3][4]
पासरीफ़ोर्मीज़ (Passeriformes) पक्षियों का एक जीववैज्ञानिक गण है जिसमें सभी ज्ञात पक्षी जातियों की लगभग ५०% जातियाँ शामिल हैं। इन पक्षियों की विशेषता यह है कि इनके पाँव के तीन पंजे आगे की ओर और एक पंजा पीछे की ओर सज्जित होता है। इस से वे किसी टहनी या अन्य पतली वस्तु को आसानी से जकड़कर उसपर संतुलित प्रकार से देर तक बैठने में सक्षम हैं। यह कशेरुक (रीढ़दार) प्राणियों के सबसे विविध जीववैज्ञानिक गणों में से एक है। पासरीफ़ोर्मीज़ की ५,००० से भी अधिक जातियाँ हैं और चौपाये प्राणियों में केवल सरिसृपों के स्क्वमाटा गण में ही इस से अधिक जातियाँ पाई जाती हैं।