प्रसरल या सिर्फ़ सरल (अंग्रेज़ी: spruce, स्प्रूस) एक कोणधारी वृक्षों का जीववैनिक वंश है जो पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध (हॅमिस्फ़ीयर) के ठन्डे इलाक़ों में मिलता है। इस वंश को पाइसीया (Picea) भी कहा जाता है। यह २० से ६० मीटर (६५ से २०० फ़ुट) तक के ऊँचे पेड़ होते हैं और अपने कोण जैसे आकार और सर्पिल (स्पाइरल) तरह से सुसज्जित तीली जैसे पत्तों से आसानी से पहचाने जाते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में यह हिमालय के क्षेत्र में पाए जाते हैं। प्रसरल एक लम्बी आयु जीने वाला दरख़्त है और उत्तरी यूरोप के स्कैंडिनेविया इलाक़े के पश्चिमी स्वीडन क्षेत्र में एक 'ओल्ड त्यिक्को' (Old Tjikko) नामक सरलवृक्ष मिला है जिसकी उम्र ९,५५० वर्ष बताई गई है (हालांकि इसपर कुछ विवाद है)।[1]
प्रसरल या सिर्फ़ सरल (अंग्रेज़ी: spruce, स्प्रूस) एक कोणधारी वृक्षों का जीववैनिक वंश है जो पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध (हॅमिस्फ़ीयर) के ठन्डे इलाक़ों में मिलता है। इस वंश को पाइसीया (Picea) भी कहा जाता है। यह २० से ६० मीटर (६५ से २०० फ़ुट) तक के ऊँचे पेड़ होते हैं और अपने कोण जैसे आकार और सर्पिल (स्पाइरल) तरह से सुसज्जित तीली जैसे पत्तों से आसानी से पहचाने जाते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में यह हिमालय के क्षेत्र में पाए जाते हैं। प्रसरल एक लम्बी आयु जीने वाला दरख़्त है और उत्तरी यूरोप के स्कैंडिनेविया इलाक़े के पश्चिमी स्वीडन क्षेत्र में एक 'ओल्ड त्यिक्को' (Old Tjikko) नामक सरलवृक्ष मिला है जिसकी उम्र ९,५५० वर्ष बताई गई है (हालांकि इसपर कुछ विवाद है)।