बेटाकोरोनावायरस (Betacoronavirus) वायरस के कोरोनाविरिडाए कुल के चार सदस्य जीववैज्ञानिक वंशों में से एक है। अल्फ़ाकोरोनावायरस और बेटाकोरोनावायरस मूल रूप से चमगादड़ में संक्रमण करने वाले वायरस के वंशज हैं जो मानवों व अन्य स्तनधारियों में भी फैल जाते हैं। सार्स वायरस और 2019 नोवेल कोरोनावायरस दोनों बेटाकोरोनावायरस हैं।[1][2]
बेटाकोरोनावायरस (Betacoronavirus) वायरस के कोरोनाविरिडाए कुल के चार सदस्य जीववैज्ञानिक वंशों में से एक है। अल्फ़ाकोरोनावायरस और बेटाकोरोनावायरस मूल रूप से चमगादड़ में संक्रमण करने वाले वायरस के वंशज हैं जो मानवों व अन्य स्तनधारियों में भी फैल जाते हैं। सार्स वायरस और 2019 नोवेल कोरोनावायरस दोनों बेटाकोरोनावायरस हैं।