Penicillium es un genere de mucor de grande importantia social e economic.
Varie species del genre son usate in le facer de caseo pro crear le venas blau in caseo blau e le pelle edibile blanc de certe caseos molle como Brie e Camembert.
Ma su plus importante uso human es como un antibiotico. Le specie Penicillium notatum era le fonte del prime antibiotico, un forma de penicillina, que Alexander Fleming discoperiva in 1928.
Penicillium es un genere de mucor de grande importantia social e economic.
Varie species del genre son usate in le facer de caseo pro crear le venas blau in caseo blau e le pelle edibile blanc de certe caseos molle como Brie e Camembert.
Ma su plus importante uso human es como un antibiotico. Le specie Penicillium notatum era le fonte del prime antibiotico, un forma de penicillina, que Alexander Fleming discoperiva in 1928.
Pinselschimmel (Penicillium; vum Laténgesche penicillus "Pinsel") ass eng Pilz-Gattung aus der Famill vun den Trichocomaceae. Hiren Numm kënnt dohier, well hir Konidiophore mat de den Konidien wéi Pinsel ausgesinn. Verschidden Aarte vun dëser Gattung spillen eng Roll bei der Produktioun souwuel vu Penicillin wéi och vu Liewensmëttele wéi Schimmelkéis.
Den Thallus, d'Myzel, besteet aus engem wäit veräschtelten Netz vun Hyphen, Dës Hyphe bestinn aus méi Kären, sinn duerch Septen ënnerdeelt an hunn dacks keng Faarf. Um Hyphemyzel forméiere sech déi typesch Konidiendréier, déi e puermol verzweigt sinn, mat de Konidiosporen drop. Dat ass déi gängest Verbreedungsform vun de Pilzen a se si meeschtens gréng gefierft.
Pinselschimmele liewe virun allem a killen a geméissegte Klimazonen um Buedem a si bal iwwerall ze fannen, wou organescht Material am Zoustand vun der Zesetzung ass. D'Saprophyten ënner de Pinselschimmel- an den Aspergillus-Aarten ("Strenze-Schimmelen") gehéieren zu de bekanntste Vertrieder vun den Eurotiales a liewe virun allem op organeschen Substanzen, déi ofgebaut kënne ginn. Si stellen déi klassesch Schimmelpilzen duer an zielen zu de Wichtegste Liewensmëttelverdierwer. Vill Aarte stousse Mykotoxiner of, déi héichgëfteg sinn.
Eng Rëtsch vu Pinselschimmele spillen eng zentral Roll bei der Produktioun vu Kéis an och vu verschiddene Fleeschprodukter. Penicillium camemberti a Penicillium roqueforti z.B. komme bei der Produktioun vu Camembert, Brie, Roquefort a villen anere Kéiszorten zum Asaz. Bei der Produktioun vu réier Wurscht oder Ham spille Pilze wéi Penicillium nalgiovense eng Roll, andeems se e net nëmmen bessere Goût maachen, ma och d'Fleesch méi laang iessbar halen, andeems se verhënneren, dass aner Pilzaarten, déi schiedlech fir de Mënsch wieren, sech drop néierloosse kéinten.
Pinsel- a Strenzeschimmelaarten (Aspergillus) sinn och eng Quell fir d'biotechnologesch Produktioun vun Enzymer wéi Pektinasen, Lipasen, Amylasen, Cellulasen a Proteasen. Si ginn agesat fir wichteg organesch Säieren, virun allem Zitrounen-, Glucon- a Wäisaier ze produzéieren. Do derbäi kënnt d'Gewanne vu wichtegen Antibiotika, virun allem de Penicillin an de Griseofulvin.
Relevant Aarte vun der Gattung Penicillium sinn:
Pinselschimmel (Penicillium; vum Laténgesche penicillus "Pinsel") ass eng Pilz-Gattung aus der Famill vun den Trichocomaceae. Hiren Numm kënnt dohier, well hir Konidiophore mat de den Konidien wéi Pinsel ausgesinn. Verschidden Aarte vun dëser Gattung spillen eng Roll bei der Produktioun souwuel vu Penicillin wéi och vu Liewensmëttele wéi Schimmelkéis.
पेनिसिलयम एक साधारण फफूँद है। यह एक प्रकार का कवक श्रेणी का मृतजीवी वनस्पति है। इसे नीली यी हरी फफूँद भी कहा जाता है। यह सड़ी-गली सब्जियों, कटे हुए फलों, रोटी, सड़े हुए मांस, चमड़े आदि पर उगता है। विशेष कर यह नींबू के ऊपर बहुत ही सहज रूप से उगता है। पेनिसिलियम पौधे का शरीर पतले सूते जैसी रचनाओं से बना होता है। इन रचनाओं को हाइफी कहते हैं। इसके सारे शरीर को माइसेलियम कहते हैं। इसका कवक जाल अनेक शाखाओं में बँटा रहता है। इसमें विखंडन द्वारा वर्धी प्रजनन होता है। पेनिसियम में स्पोर नाम कोनिडिया की शृंखला पाई जाती है जिसके द्वारा यह अलैंगिक प्रजनन करता है। पेनिसिलियम के पौधे से पेनिसिलीन नामक उपक्षार प्राप्त होता है। यह एक चमत्कारी औषधि है। इसका व्यवहार तपेदिक तथा अन्य विभिन्न रोगों में किया जाता है।
पेनिसिलीन का आविष्कार ब्रिटेन के वैज्ञानिक सर अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने १९२९ में किया था।[1] इस खोज के लिए १९५४ में उन्हें चिकित्सा शास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[2] पेनिसिलीन पहला आधुनिक प्रतिजैविक था। पेनिसिलियम की कई जातियाँ पनीर-व्यवसाय में पनीर तैयार करने में व्यवहृत होती हैं। कार्बनिक अम्ल के संश्लेषण में भी इसका उपयोग होता है। एल्कोहल बनाने में भी इसका इस्तेमाल किये जाते हैं। रंग तैयार करने में भी इसका उपयोग होता है।
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में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद) पेनिसिलयम एक साधारण फफूँद है। यह एक प्रकार का कवक श्रेणी का मृतजीवी वनस्पति है। इसे नीली यी हरी फफूँद भी कहा जाता है। यह सड़ी-गली सब्जियों, कटे हुए फलों, रोटी, सड़े हुए मांस, चमड़े आदि पर उगता है। विशेष कर यह नींबू के ऊपर बहुत ही सहज रूप से उगता है। पेनिसिलियम पौधे का शरीर पतले सूते जैसी रचनाओं से बना होता है। इन रचनाओं को हाइफी कहते हैं। इसके सारे शरीर को माइसेलियम कहते हैं। इसका कवक जाल अनेक शाखाओं में बँटा रहता है। इसमें विखंडन द्वारा वर्धी प्रजनन होता है। पेनिसियम में स्पोर नाम कोनिडिया की शृंखला पाई जाती है जिसके द्वारा यह अलैंगिक प्रजनन करता है। पेनिसिलियम के पौधे से पेनिसिलीन नामक उपक्षार प्राप्त होता है। यह एक चमत्कारी औषधि है। इसका व्यवहार तपेदिक तथा अन्य विभिन्न रोगों में किया जाता है।
पेनिसिलीन का आविष्कार ब्रिटेन के वैज्ञानिक सर अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने १९२९ में किया था। इस खोज के लिए १९५४ में उन्हें चिकित्सा शास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पेनिसिलीन पहला आधुनिक प्रतिजैविक था। पेनिसिलियम की कई जातियाँ पनीर-व्यवसाय में पनीर तैयार करने में व्यवहृत होती हैं। कार्बनिक अम्ल के संश्लेषण में भी इसका उपयोग होता है। एल्कोहल बनाने में भी इसका इस्तेमाल किये जाते हैं। रंग तैयार करने में भी इसका उपयोग होता है।